LIC Bima Sakhi Scheme: महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार और एलआईसी ने मिलकर बीमा सखी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत महिलाएं न केवल एलआईसी एजेंट बनकर काम कर सकती हैं बल्कि शुरुआत में उन्हें निश्चित स्टाइपेंड के रूप में हर महीने सात हजार रुपए तक दिए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और गांव-गांव तक बीमा योजनाओं को पहुंचाना है।
योजना का मकसद क्या है
बीमा सखी योजना का मुख्य लक्ष्य उन महिलाओं को मौका देना है जिन्हें स्थायी काम या नौकरी नहीं मिल पा रही है। इस योजना से महिलाएं घर बैठे या अपने नजदीकी इलाके से काम शुरू कर सकती हैं और उन्हें शुरुआत में आर्थिक मदद भी मिलती है। योजना से न सिर्फ रोजगार मिलता है बल्कि महिलाओं की सामाजिक स्थिति भी मजबूत होती है क्योंकि वे दूसरों को बीमा योजनाओं के बारे में जागरूक कर पाती हैं।
हर महीने कितनी होगी कमाई
इस योजना में महिला एजेंट को पहले साल हर महीने सात हजार रुपए तक की राशि दी जाती है। यह राशि इस शर्त पर मिलती है कि उन्होंने जितनी पॉलिसियां बेची हैं, उनमें से कम से कम पैंसठ प्रतिशत पॉलिसियां चालू बनी रहें। दूसरे साल में यह स्टाइपेंड घटकर छह हजार रुपए और तीसरे साल में पांच हजार रुपए हो जाता है। इसके अलावा महिलाओं को एजेंट कमीशन और बोनस भी मिलता है जिससे उनकी कमाई और बढ़ जाती है।
आवेदन कैसे किया जा सकता है
बीमा सखी योजना का लाभ लेने के लिए महिला को एलआईसी एजेंट के रूप में रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए नजदीकी एलआईसी शाखा में संपर्क करना पड़ता है या ऑनलाइन माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है। आवेदन के लिए महिला की उम्र अठारह से सत्तर साल के बीच होनी चाहिए और न्यूनतम शैक्षिक योग्यता दसवीं पास होनी चाहिए। इसके अलावा पहचान पत्र, पता प्रमाण और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होती है।
महिलाओं को क्या फायदा होगा
यह योजना महिलाओं के लिए खास तौर पर इसलिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें ज्यादा पूंजी लगाने की जरूरत नहीं होती और काम करने का समय भी लचीला होता है। महिलाएं अपने परिवार और घरेलू कामकाज के साथ-साथ इस काम को कर सकती हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त आय का स्रोत मिलता है और धीरे-धीरे अनुभव बढ़ने के साथ उनकी कमाई भी लगातार बढ़ती जाती है।
गांव और छोटे शहरों तक पहुंच
बीमा सखी योजना का एक बड़ा फायदा यह भी है कि इससे गांव और छोटे शहरों की महिलाएं रोजगार से जुड़ रही हैं। ग्रामीण इलाकों में जहां काम के अवसर सीमित होते हैं, वहां यह योजना महिलाओं को नया रास्ता देती है। महिलाएं अपने समाज की अन्य महिलाओं और परिवारों को बीमा के महत्व के बारे में जागरूक करती हैं और साथ ही खुद की आर्थिक स्थिति को भी बेहतर बनाती हैं।